Sputnik V: मोरपेन लेबोरेटरीज ने टेस्ट बैच के लिए शुरू किया प्रोडक्शन, रूस सेंटर में होगी जांच
Sputnik V Production in India: मोरपेन लेबोरेट्रीज (Morepen Laboratories) ने भारत में स्पूतनिक वी के टेस्ट बैच का प्रोडक्शन शुरू किया है. यह प्रोडक्शन कंपनी के हिमाचल प्रदेश स्थित प्लांट में किया जा रहा है.
RDIF ने भारत में छह कंपनियों के साथ Sputnik V की मैन्युफैक्चरिंग के लिए करार किया है. (Image: Reuters)
RDIF ने भारत में छह कंपनियों के साथ Sputnik V की मैन्युफैक्चरिंग के लिए करार किया है. (Image: Reuters)
Sputnik V Production in India: मोरपेन लेबोरेट्रीज (Morepen Laboratories) ने भारत में स्पूतनिक वी (Sputnik V) के टेस्ट बैच का प्रोडक्शन शुरू किया है. यह प्रोडक्शन कंपनी के हिमाचल प्रदेश स्थित प्लांट में किया जा रहा है. मोरपेन लेबोरेट्रीज और रशियन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड (RDIF) मंगलवार को एक ज्वाइंट स्टेटमेंट में यह जानकारी दी. भारत में अभी पैनेशिया बायोटेक को इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए स्पूतिनक वी के प्रोडक्शन की मंजूरी भारतीय ड्रग रेग्युलेटर DCGI से मिली है.
ज्वाइंट स्टेटमेंट में कहा है कि टेस्ट बैच की क्वालिटी जांच के लिए पहले रूस के गामालेया रिसर्च सेंटर भेजा जाएगा. RDIF ने भारत में छह कंपनियों के साथ स्पूतनिक वी की मैन्युफैक्चरिंग के लिए करार किया है. आरडीआईएफ और मोरपेन लेबोरेटरीज ने जून 2021 में इस संबंध में समझौता किया था. कुल मिलाकर भारत में सभी पाटर्नर के साथ हर साल स्पूतनिक वी की 85 करोड़ से अधिक डोज का प्रोडक्शन होने की उम्मीद है.
RDIF के सीईओ किरिल दिमित्रीव ने कहा, ‘‘चूंकि महामारी अभी खत्म नहीं हुई है और दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में कोरोना वायरस के अधिक खतरनाक वेरिएंट का पता लगाया जा रहा है. इसलिए RDIF भारत में स्पूतनिक वी की प्रोडक्शन क्षमता बढ़ा रहा है. ’’ RDIF वैक्सीन के लिए भारत में अन्य दवा कंपनियों - ग्लैंड फार्मा, हेटेरो बायोफार्मा, पैनासिया बायोटेक, स्टेलिस बायोफार्मा और विरचो बायोटेक के साथ पहले ही करार कर चुका है.
Sputnik V : भारत में 70% प्रोडक्शन
आरडीआईएफ के मुताबिक, दुनिया के 65 से 70 फीसदी तक स्पूतनिक वी का उत्पादन भारत में होगा. भारत की जरूरतें पूरी होने के बाद रूस इसका एक्सपोर्ट दूसरे देशों में करेगा. रेड्डीज लैबोरेटरीज ने स्पूतनिक-V को 14 मई को भारतीय बाजार में पेश किया था. सरकार की तरफ से स्पूतनिक वी के लिए अधिकतम मूल्य 1145 रुपये प्रति डोज निर्धारित किया गया है
12 अप्रैल को मिली थी मंजूरी
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स्पूतनिक वी को 12 अप्रैल को 2021 को भारत में इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी मिली थी. 14 मई 2021 से स्पूतनिक वी की डोज लगनी शुरू हुई है. यह रूसी वैक्सीन 67 देशों में रजिस्टर्ड हैं, जहां की कुल 3.5 अरब आबादी है. यह वैक्सीन ह्युमन एडिनोवायरल वेक्टर्स प्लेटफॉर्म पर डेवलप की गई है. इसके दोनों डोज में अलग-अलग वेक्टर्स का इस्तेामल किया है. जिससे कि लंबे समय तक कोविड19 वायरस के खिलाफ इम्युनिटी मिले.
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06:02 PM IST